राजतरंगिण्यौ /

श्रीवर.

राजतरंगिण्यौ / श्रीवर और शुका; सम्पादक श्रीकांत कौल. - होशियापुर : विश्वेश्वरानंद वैदिक शोध संस्थानम्, 1966. - 477 p. ;

SAN500


Sanskrit poetry.

954.6 / Ra
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